ADARSH PANDEY

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लेखनी कहानी -25-Jun-2022 तस्वीर को देखा

मै उसको दूर से देखु तो नूर नजर आती है।
जो पास आ जाति है कोहिनूर नजर आती है।

इश्क मे  मै होकर पागल गलियों मे मै घुमा
वो ना मिल सकी तो मै मधुशाला जा कर बैठा 

एक रोज मै सोकर उठा उसको अचानक देखा 
वो थी नही मेरे कमरों उसके तस्वीर को देखा

लेखक आदर्श पाण्डेय
#writeradarshpandey

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1 Comments

Renu

24-Jun-2022 04:19 PM

👌

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